भगत सिंह जी के अनमोल विचार, भगत सिंह भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और राष्ट्रवादी विचारक थे, जो अपने बलिदान से देश की स्वतंत्रता के लिए अमर हो गए। उनका योगदान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण और अद्वितीय स्थान रखता है।
भगत सिंह ने यह कहा था, “आपकी जीवनी विचारों के लिए मरने के लिए होनी चाहिए, और ना कि एक लोग के लिए”। इस उक्ति से वह यह सिखाते हैं कि विचार और आत्मसमर्पण के माध्यम से ही व्यक्ति असली बदलाव ला सकता है और अपने प्रियजनों की भलाइयों के लिए अपना जीवन अर्पित कर सकता है।
उनका और एक महत्वपूर्ण उद्धारण था, “जिस देश की संस्कृति में युद्ध की भावना हो, वह देश दीर्घकाल तक जीवित रह सकता है”। इससे वह यह सिखाते हैं कि समृद्धि और सुरक्षा के लिए देश को स्वतंत्रता और साहस की आवश्यकता है और युद्ध उसकी रक्षा में एक अभिन्न हिस्सा हो सकता है।
भगत सिंह का योगदान हमें एक नेतृत्वीय आदर्श, राष्ट्रवाद की ऊँचाईयों का महत्वपूर्णीयां आबू और स्वतंत्रता संग्राम में अपने बलिदान की महत्वपूर्णता को समझाता है। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में क्रांतिकारी और शहीद भगत सिंह जी अपने पीछे शक्तिशाली विचारों और विचारों की विरासत छोड़ गए। उनके कार्य और लेखन स्वतंत्रता के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। यहां आप भगत सिंह जी के विचार और उनसे जुड़े विचार पढ़ सकते है।
शहीद भगत सिंह जी के अनमोल विचार हिंदी में
जब तक मुझे एक भी इंसान में एक भी कमी महसूस होगी, मैं चुप रहूंगा।
मेरा इंतजार मेरे देशवासियों के लिए एक आदर्श देश की ऊँचाईयों की ऊँचाई बनने का है।
इंकलाब ज़िंदाबाद!
हमें अपने देश के लिए मरने का अधिकार है, लेकिन उसके लिए नहीं कि कोई और हमारे लिए मरे।
एक आदमी की आत्मा को जिस तरह से उसकी मौत नहीं, उसके कामों से मापा जाता है।
अगर भारत अपने लक्ष्यों को पूरा करना चाहता है, तो उसे विशेषज्ञों की आवश्यकता है, न कि स्वराज्य से जुड़े एक खड़े चंदू की।
मुझे विश्वास है कि मेरा खून नीले रंग का है, लेकिन मेरा दिल सफेद रंग का है।
जिसने इस संग्राम में अपनी जिंदगी दी है, वह मरा नहीं है, वह अमर है।
जो लोग मुझे एक आत्महत्या करने के लिए कहते हैं, मुझसे कहो कि उन्होंने गुनाह क्या किया था।
इतिहास का हर पन्ना उस व्यक्ति के लहू से भरा है, जो देश के लिए अपने जीवन की क़ीमत चुकता करता है।
संघर्ष का मैदान और भी कठिन हो जाता है, जब हर कदम पर आपका साथ कोई नहीं देता।
एक समाज का निर्माण उसके नागरिकों की अच्छी शिक्षा के माध्यम से होता है।
मेरी मौत के बाद भी, लोगों को मेरे संदेश की आवश्यकता है, ताकि वे स्वतंत्र भारत की ओर बढ़ सकें।

जो व्यक्ति स्वतंत्रता के लिए आवाज नहीं उठाता, वह शांति का हकदार नहीं है।
मैं महत्वाकांक्षा, आशा और जीवन के पूर्ण आकर्षण से भरा हूं। लेकिन जरूरत के समय मैं सब कुछ त्याग सकता हूं और यही वास्तविक बलिदान है।
वे मुझे मार सकते हैं, लेकिन वे मेरे विचारों को नहीं मार सकते। वे मेरे शरीर को कुचल सकते हैं, लेकिन वे मेरी आत्मा को नहीं कुचल पाएंगे।
क्रांति मानव जाति का एक अविभाज्य अधिकार है। स्वतंत्रता सभी का एक अविनाशी जन्मसिद्ध अधिकार है।
निर्दयी आलोचना और स्वतंत्र सोच क्रांतिकारी सोच के दो आवश्यक लक्षण हैं।
जिंदगी तो अपने दम पर ही मिलती है, दूसरे पर निर्भर नहीं रहती।
मैं एक आदमी हूं, और हर आदमी को अपनी क्षमता और समझ के अनुसार मानवता की भलाई में योगदान देना चाहिए।
राख का हर छोटा अणु मेरी गर्मी से गतिमान है। मैं इतना पागल हूं कि जेल में भी आजाद हूं।
व्यक्तियों को कुचलकर, वे विचारों को नहीं मार सकते।
जीवन का उद्देश्य अब मन को नियंत्रित करना नहीं है, बल्कि इसे सामंजस्यपूर्ण रूप से विकसित करना है।
प्रेमी, पागल और कवि एक ही चीज़ से बने होते हैं।
मैं कोई पेशेवर क्रांतिकारी नहीं हूं। मेरा कभी कोई मकसद नहीं था सिवाय इसके कि मैं आजादी पाना चाहता था ताकि हर कोई आजादी से जी सके।
कोई भी व्यक्ति जो प्रगति के लिए खड़ा है, उसे पुराने विश्वास की हर चीज़ की आलोचना, अविश्वास और चुनौती देनी होगी।
मैं इस बात पर जोर देता हूं कि मैं महत्वाकांक्षा से भरा हूं, और मैं दुनिया को यह दिखाने की उम्मीद करता हूं कि जिन लोगों ने मेरे साथ गलत किया है, उन्होंने मेरे साथ गलत व्यवहार नहीं किया है।
मेरा मानना है कि जिस राष्ट्र का गौरवशाली इतिहास है, उसे अपना भाग्य स्वयं निर्धारित करने का अधिकार है।
व्यक्तियों को मारना आसान है लेकिन आप विचारों को नहीं मार सकते। महान साम्राज्य ढह गए, जबकि विचार जीवित रहे।
कानून की पवित्रता तभी तक कायम रह सकती है जब तक यह लोगों की इच्छा की अभिव्यक्ति है।
अगर बहरों को सुनना है तो आवाज़ बहुत तेज़ होनी चाहिए।
इंसान की सबसे बड़ी कमजोरी उसकी कमजोरी स्वीकार करने में है।
सत्य विजयी होता है, सत्य कभी पराजित नहीं होता।
अगर मैं मर जाऊं तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ेगा, मगर अगर मैं जी रहा हूं तो आपको देखना होगा कि मैंने कैसे मरना है।
जब सत्य का सामना करना पड़ता है, तो हर समय युद्ध करना पड़ता है।
जिन्होंने मुझे फाँसी पर चढ़ाने का निर्णय लिया है, मैं उन्हें कहना चाहता हूँ कि तुम मुझे मार नहीं सकते, क्योंकि मैंने तुम्हें मारने का अधिकार दे दिया है।
स्वतंत्रता न केवल भूकंपों से होती है, बल्कि हमारी सोचने की शैली से भी।
उपरोक्त भगत सिंह जी के सर्वश्रेष्ठ विचारो के सुंदर संग्रह को हिंदी में पढ़े
यहां भारत के प्रतिष्ठित क्रांतिकारी भगत सिंह जी के सबसे प्रभावशाली विचारो का संग्रह पढ़ कर, उनके गहन विचारों के माध्यम से यात्रा शुरू करें। बलिदान और देशभक्ति के आदर्शों से लेकर सामाजिक न्याय के आह्वान तक, भगत सिंह के विचारो कालातीत ज्ञान की प्रतिध्वनि हैं। हमारा यह संकलन उनकी अदम्य भावना को श्रद्धांजलि के रूप में कार्य करता है, उस दर्शन में एक खिड़की प्रदान करता है जिसने देश के स्वतंत्रता संग्राम के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को बढ़ावा दिया। भगत सिंह के प्रसिद्ध और विचारोत्तेजक कथनों की बौद्धिक विरासत में डूब जाएँ।
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