कोरोना संकट से उभरने के बाद अनेक क्षेत्रो में आने वाली नई नौकरियाँ
कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी और लॉकडाउन से निकलने के बाद आर्थिक संकट और वैश्विक मंदी की बातें आम हो गई हैं । लेकिन लॉकडाउन खुलने के बाद कुछ दिनों में कई सेक्टर में उछाल आने की, और अर्थव्यवस्था के बेहतर स्तिथि में आने की प्रबल संभावनाएं बताई जा रही हैं। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि इस कोरोना काल में लगभग विश्व का हर देश एक लॉकडाउन से गुजरा है जिसमे बहुत सारे लोग बेरोजगार हुए, बहुत से लोगों ने अपने व्यवसाय खोये हैं। सब कुछ दोबारा सही होने में थोड़ा वक्त तो लगेगा पर किस क्षेत्र से सबसे पहले अर्थव्यवस्था को बूम मिलेगा और बेरोजगारों को नौकरी मिलने की प्रबल संभावना है, आइये जानते हैं किन-किन सेक्टर में सबसे ज्यादा उछाल और नौकरियां आने की सम्भावनाये हैं-
टेक सपोर्ट एंड सर्विसेज
कोरोना महामारी ने फिर उसके बाद कोरोना को रोकने के लिए लगाए गए सम्पूर्ण लॉकडाउन ने ऐसे कार्य किया जैसे कि “कंगाली में आटा गीला”। हर तरह के सेक्टर में एक सुनामी-सी आ गई। इस महामारी की सुनामी में हर सेक्टर ने अपने कार्य को जारी रखने के लिए कई तरह से कार्य किये उनमे से एक “वर्क फ्रॉम होम” है।
वर्क फ्रॉम होम सबके लिए आसान नहीं है और न ही हर सेक्टर में वर्क फ्रॉम होम कार्य किया जा सकता है जैसे की मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर, हॉस्पिटिलिटी सेक्टर, और न जाने ऐसे कई सेक्टर हैं, पर जिस क्षेत्र में थोड़ी से कोशिश के बाद उस सेक्टर से जुड़े कार्यों को घर से किया जा सकता था वो किये गए।
वर्क फ्रॉम होम के जरिये डिजिटल डिवाइस और उससे जुड़े यंत्रो की जरुरत अचानक बढ़ गई है। इस बढ़ी हुई मांग को देखते हुए और भविष्य में इसकी जरुरत लगातार बढ़ती रहने की वजह से इसके ‘सपोर्ट एंड सर्विसेज’ के लिए एक बड़ा मैन पॉवर ग्रुप चाहिए।
अगर आप भी भविष्य में बेहतर नौकरी पाना चाहते हैं तो टेक सपोर्ट एंड सर्विसेज एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है| भविष्य में तकनीकी क्षेत्र में ग्रोथ बढ़ने के अच्छे परिणाम होने से देश में नई नौकरियां आने की भी संभावना है।
मेड इन इंडिया (स्वदेशी)
दुनिया में बढ़ती भारत की लोकप्रियता सभी भारतवासियों के लिए बड़ी गर्व बात है। भारत ने जिस संयम और गंभीरता से कोरोना रूपी महामारी का सामना किया है इससे विश्व के सभी देश भारत की तारीफ़ करते नहीं थक रहे। भारत की चिकित्सा व्यवस्था भले ही दुनिया में प्रथम स्थान पर ना हो पर हमारे देश के चिकित्सकों ने दुनिया को सबसे भरोसेमन्द और सबसे ज्यादा प्रभावशाली कोरोना वैक्सीन देकर ये साबित कर दिया कि भारत एक अपार सम्भावनाओ का भण्डार हैं। भरोसेमन्द और प्रभावशाली कोरोना वैक्सीन पूर्णतया स्वदेशी है। विश्व में भारत के बड़े -बड़े ब्रांड्स और प्रोडक्ट्स पहले से ही मौजूद हैं और उन्हें बहुत सराहा भी जाता है पर दुनिया को स्वदेशी कोरोना वैक्सीन देकर ‘भारत ने मेड इन इंडिया’ की ट्रेन को एक नयी रफ़्तार और ऊर्जा प्रदान की है। भविष्य में स्वदेशी ‘मेड इन इंडिया’ और ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम तेजी से रफ्तार पकड़ेंगे। खासकर मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर काफी जोर रहेगा । इन सेक्टर्स में ढेरों नौकरियां भारतीयों के लिए आ सकती हैं।
कृषि और तकनीक
देश में कृषि संबंधी तकनीक पर बेहद ध्यान दिए जाने की संभावना है और इससे बहुत सारी नौकरियां भी आएंगी। कोरोना संकट काल ने हमारा ध्यान कृषि क्षेत्र की ओर खींचा है। एक मजबूत कृषि देश की इकोनॉमी की रीढ़ होती है। वहीं, यह श्रमिकों के माइग्रेंट होने की समस्या से निपटने में भी बहुत अधिक मदद करती है। संभावना है कि, विभिन्न राज्य सरकारें अलग-अलग क्षेत्र ख़ासकर कृषि तकनीक में ज्यादा निवेश करेंगी, जिससे भविष्य में स्थानीय रोजगार उत्पन्न होंगे।
शिक्षा और तकनीक
शिक्षा और तकनीक के साथ- साथ बेहतर लर्निंग मैनेजमेंट के लिए निवेश आएगा। इस सेक्टर में भी आने वाले दिनों में नई नौकरियां आएँगी।